आगरा, जून 13 -- कहने को अशोक नगर शहर का मोहल्ला और वार्ड क्षेत्र है, लेकिन हालात किसी गांव से भी गए गुजरे हैं। कोई ध्यान देने वाला नहीं और ना ही कोई झांककर देखने वाला। नव विकसित कालोनियों में कोलोनाइजर प्लॉट बेचते चले गए और लोग अपने आशियाना बनाकर बसते गए। तब बसे थे तो जन सुविधाएं करने के दावे किये गए। बाद में दावे हवा हवाई साबित होने लगे। नतीजा अशोक नगर और उसके आसपास बड़ी आबादी बसने के बाद अब सड़क, सफाई, जलभराव, बिजली के अस्त व्यस्त तार और पोल लगा दिये गये। सबसे ज्यादा मुश्किल हालत बरसाती दिनों में होती हैं, जो कि वह हालात आगामी दिनों में हो सकते हैं। गलियां कच्ची हैं न तो ठीक से नालियां बनी हैं और ना ही जल निकासी का कोई इंतजाम दिखता है। आपके अपने हिन्दुस्तान अखबार के बोले कासगंज संवाद में अशोक नगर, सर सैय्यद कालोनी, जहावीर कालोनी मस्जिद गल...