वाराणसी, अगस्त 17 -- वाराणसी। एक समय संगीत शिक्षक सम्मानित पेशा माना जाता था, लेकिन आज यह संघर्षपूर्ण यात्रा बन गई है। नए नियमों ने इस पेशे को भी मुश्किल बना दिया है। संगीत शिक्षक बनने के लिए अब बीएड की डिग्री अनिवार्य कर दी गई है। इस निर्णय ने उन सभी संगीत प्रेमियों को तोड़ दिया है, जो अपने जुनून को एक पेशे में बदलना और इस बहाने आय का इंतजाम करना चाहते थे। उनके सपनों पर पानी फिर गया है, क्योंकि बीएड की डिग्री के लिए उन्हें संगीत के अलावा किसी दूसरे विषय में उपाधि लेनी होगी। वर्षों की मेहनत और रात-रात जागकर सीखा संगीत अब बोझ बन गया है- यह उन संगीत प्रेमियों की आवाज है, जिन्होंने अपने जीवन के सबसे अच्छे वर्ष संगीत को समर्पित किए। उन्हें बीएड की डिग्री के बिना संगीत शिक्षक की नौकरी नहीं मिल रही हैं। यह स्थिति आने वाली पीढ़ी के भविष्य कोअंधक...