वाराणसी, सितम्बर 8 -- वाराणसी। वरुणा में बाढ़ का पानी चढ़ा तो चूल्हे बुझे, फिर घर छूटते गए। सैकड़ो परिवार दो बार विस्थापित हुए। बाढ़ घटा तो प्रशासन ने मान लिया कि समस्या खत्म। राहत शिविर बंद हो गए मगर प्रभावितों के इर्दगिर्द दुश्वारियों का सैलाब बना हुआ है। दीनदयालपुर में कई मकान और 150 से अधिक लूम अब भी जलमग्न हैं। ऊंचे स्थानों पर शरण लिए पीड़ितों की शिकायत है कि राहत शिविर में राशन आदि मिला मगर वहां के बाद अफसरों ने खोज खबर नहीं ली। यहां पेयजल-गंदगी की समस्याएं बेहद गंभीर हैं। ------ दीनदयालपुर वरुणापार के बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में एक है। यह महापालिका के जमाने से शहर का हिस्सा है। लगभग तीन दशक पहले तक यहां का माहौल किसी गांव जैसा दिखता था, फिर धीरे-धीरे यहां भी शहरीकरण का असर बढ़ता गया। अब तीन सौ से अधिक मकान बन चुके हैं। लगभग तीन हजार...
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