वाराणसी, सितम्बर 22 -- वाराणसी। सात वार-नौ त्योहारों वाली काशी में फूलों का भी बड़ा बाजार है। उसमें रथयात्रा मेला से तेजी आती है। शारदीय नवरात्र से मंडी कितनी भी गुलजार दिखे मगर फूल उगाने वाले किसानों की 'हृदय-बगिया में रौनक नहीं दिखती। लागत के मुताबिक लाभ नहीं मिलता। कभी-कभी फूल लागत खर्च भी नहीं दिला पाते। वहीं, मंडी में गंदगी, चोरों-अराजकतत्वों की बढ़ती दखल और पार्किंग का अभाव भी किसानों संग व्यापारियों को भी असहज कर देती है। मलदहिया फूल मंडी में चुनौतियों के बीच 'आर्थिक गमक का दम घुट रहा है। फूलों की खेती करने वाले किसानों के लिए खाद और कीटनाशकों की बढ़ती कीमतें परेशानी का सबब बन गई हैं। इससे फूलों के उत्पादन असर पड़ रहा है। इन किसानों की मांग है कि खाद-कीटनाशकों की कीमतें कम करने के लिए सरकार जरूरी कदम उठाए। मलदहिया फूल मंडी से जुड़े...