वाराणसी, अगस्त 31 -- वाराणसी। जब चहुंओर यह बोल मुखर हो रहा हो-'सबका साथ, सबका.... तब एक बड़ी आबादी को तल्ख अनुभवों से गुजरना पड़े तो आश्चर्य स्वाभाविक है। रामनगर के एक मोहल्ले में तीन के चक्कर में लगभग तीन सौ परिवार करीब दो माह से भारी फजीहत झेल रहे हैं। तीन घरों की सीवर लाइन बनवाने के लिए लंबी-चौड़ी गली खोद दी गई, पानी के पाइप का लीकेज दुरुस्त करने को तभी का खुदा गड्ढा राहगीरों के साथ बिजली के एक खंभे के लिए भी खतरा बन गया है। बाकी दुश्वारियां तो हैं ही। रामनगर का साहित्यनाका इलाका कई मोहल्लों में बंटा है। सभी में घनी आबादी के साथ नई कॉलोनियां भी आबाद हो रही हैं। उनमें एक मोहल्ला है शीतला मंदिर साहित्यनाका। लगभग तीन सौ मकानों में दो हजार से अधिक लोगों की रिहाइश है। मिश्रित आबादी में सभी आयवर्ग के लोग दिखते हैं। ज्यादातर की नजर में सबसे ग...
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