वाराणसी, सितम्बर 16 -- वाराणसी। नगर निगम की सीमा विस्तार के बाद बाबतपुर हाइवे के किनारे बसा छतरीपुर दो वर्ष पहले शहर का हिस्सा बन गया मगर वहां बाशिंदे खुद को शहरी बताने से हिचकते हैं। कई लोग मानते भी नहीं क्योंकि सड़क-पानी और सीवर-बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी वे वंचित हैं। कई परिवारों की महिलाओं को आबादी से बाहर पोखरी में स्नान करना पड़ता है। हर साल बारिश भारी जलजमाव का उपहार देती है। नागरिकों का कहना है कि उन्हें सुविधाओं की मजबूत छतरी की दरकार है, तभी खुद को शहरी समझ पाएंगे। -------- नगर निगम के वार्ड-14, गणेशपुर का महत्वपूर्ण हिस्सा है छतरीपुर। विकास की संभावनाओं से भरा हुए एक नवशहरी इलाका। लगभग डेढ़ हजार की आबादी नगर निगम के दूसरे नवशहरी इलाकों की तरह ही कड़वे अनुभवों से गुजर रही है। जिम्मेदार अफसरों और जनप्रतिनिधियों से उन्हें ...