वाराणसी, फरवरी 14 -- वाराणसी। वाराणसी नगर निगम के पुराने वार्डों में कुछ मोहल्ले-कॉलोनियां मिल जाती हैं जहां 'विकास कभी ताक-झांक भी नहीं करता। वहां जाने पर महसूस करना कठिन होता है कि यह नवशहरी नहीं बल्कि शहर का पुराना हिस्सा है। वरुणापार अकथा वार्ड की वैष्णवनगर कॉलोनी भी उसी विसंगति से जूझ रही है। तीन दशक पुरानी कॉलोनी के लोगों की सबसे बड़ी कसक यह है कि सबने मिलकर जर्जर सड़क बनवाई। उसे सीवर बिछाने के लिए खुदवाया गया लेकिन उसकी फिर से मरम्मत नहीं कराई गई। प्रदूषित जलापूर्ति दूसरी गंभीर समस्या है। अकथा वार्ड का सन-1995 के बाद से दो बार परिसीमन हुआ। तब कुछ मोहल्ले हटे तो कुछ जुड़ गए लेकिन वैष्णव नगर सन-95 से वार्ड का हिस्सा है। कॉलोनी में लगभग 500 मकान हैं। आबादी करीब साढ़े सात हजार के आसपास है। कुछ ग्रामीण परिवेश लिए कॉलोनी के लोग मन मिजाज ...