वाराणसी, अगस्त 11 -- वाराणसी। देश-दुनिया का ध्यान खींचने वाली रामलीला की जहां 20 दिनों बाद शुरुआत होने वाली है, उस रामनगर के बाशिंदे अजीब पसोपेश में दिख रहे हैं। खासकर उन मोहल्लों के लोग जिनका सीधा जुड़ाव रामलीला के किसी न किसी प्रसंग से है। वे विकास के खुशगवार मौसम से नावाकिफ नहीं हैं मगर दिक्कत है कि वे उस पर कैसे वारी जाएं? क्योंकि जिस तालाबनुमा गड़ही के नाम से मोहल्ला बसा, उसकी हालत बदतर है। न कूड़ा उठान का इंतजाम, न सीवर समस्या से निजात। प्रदूषित जलापूर्ति से सेहत संकट में है। वारि गड़ही मोहल्ला रामनगर किला से ज्यादा दूर नहीं है, लेकिन 'बुनियादी सुविधाएं बहुत दुर हो गईं हैं। लोग सुविधाओं की 'आस में अपने दिन काट रहे हैं, लेकिन उसके पूरा होने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है। मोहल्ले में मस्जिद के पास जुटे लोगों ने 'हिन्दुस्तान से अपनी पीड...