वाराणसी, अगस्त 5 -- वाराणसी। काशी में पीढ़ियों से कलाबत्तू (जरी) उद्योग फलता-फूलता आ रहा है, लेकिन बदलाव के इस दौर ने इस उद्योग के समक्ष अनेक चुनौतियां खड़ी की हैं। समय के हिसाब से तकनीकी, प्रशिक्षण की कमी को दूर करने की जरूरत उद्यमी महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि जरी को वस्त्र उद्योग की सूची में शामिल कर लिया जाए तो इसकी चमक और बढ़ जाएगी। इसी सिलसिले में उद्यमियों ने 30 जुलाई 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर कलाबत्तू (जरी) उद्योग को वस्त्र उद्योग की श्रेणी में रखने का अनुरोध किया है। कपड़े की खूबसूरती निखारने वाली जरी हर आम और खास को आकर्षित करती है, लेकिन यह विडंबना ही है कि बनारस में 400 साल से अपनी चमक बिखेर रहा कलाबत्तू (जरी) उद्योग बुनियादी सुविधाएं, आधुनिक तकनीक के अभाव में चुनौतियों का सामना कर रहा है। आपके अपने...