वाराणसी, जुलाई 21 -- वाराणसी। सीमित संसाधन और कम जगह में खेले जाने वाले ड्रॉप रोबॉल के खिलाड़ियों को पहचान की दरकार है। इन खिलाड़ियों को भी मैदान, रेल किराये में छूट आदि सुविधाओं की आस है। गांव-गिरांव की माटी से प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक पहचान बना चुके वाराणसी के खिलाड़ियों को अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जाने का मौका नहीं मिला है। न सरकारी स्तर पर प्रयास किए गए और न किसी अन्य स्तर पर कवायद हुई। यह उन्हें कचोटता है। दिल के अरमान जुबां पर आते हैं तो चेहरे पर मायूसी भी साफ झलकती है। पहड़िया-बेला रोड पर गोपपुर बलुआ स्थित जय मां दुर्गे जूनियर हाईस्कूल स्थित मैदान में शनिवार को जुटे ड्रॉप रोबॉल के खिलाड़ियों ने 'हिन्दुस्तान से खेल की खूबियां और उपलब्धियां तो साझा कीं, साथ ही अपने दर्द भी बयां किए। ड्रॉप रोबॉल के सचिव और नेशनल रेफरी सजीवन पटेल ने क...