वाराणसी, मई 7 -- वाराणसी। 'रोज कॉलेज जाते और लौटते वक्त कई तरह के प्राब्लम झेलते हैं मगर हमें सबसे अधिक प्राब्लम उनसे होती है जो भीषण जाम में हार्न बजाए जाते हैं। कार सवार अंकलों को पता होता है कि उनके हार्न बजाने से जाम नहीं छूटेगा मगर मानते नहीं। लगातार हार्न बजने से सिर भन्ना उठता है। चिड़चिड़ाहट हो जाती है। कॉलेज पहुंचने या घर लौटने तक सिर दर्द होने लगता है-यह व्यथा है निवेदिता शिक्षा सदन इंटर कॉलेज की छात्राओं का। वे बेवजह हार्न बजाने पर भारी जुर्माना लगाने की हिमायती हैं। शिक्षा के साथ संस्कारों के प्रति भी दृढ़ आग्रही निवेदिता इंटर कॉलेज की स्थापना सन-1969 में हुई। इस समय लगभग 21 सौ छात्राएं यहां अध्ययन करती हैं। छात्राओं में शहर की समस्याओं को लेकर उल्लेखनीय जागरूकता दिखती है। कॉलेज परिसर में 'हिन्दुस्तान से बातचीत में उन्होंने कह...