वाराणसी, अगस्त 2 -- वाराणसी। समस्याओं की अनदेखी करने से समस्याएं खत्म नहीं होती वरन् बढ़ने लगती हैं। फिर, इसका परिणाम निरंतर टीस देने लगता है और समाधान भी जल्दी नहीं मिल पाता। कुछ ऐसी ही समस्याएं झेलने को मजबूर हैं नई बस्ती (ईदगाह) मच्छरहट्टा, रामनगर के लोग। निगम की सीमा का हिस्सा बनने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि उनकी बुनियादी समस्याएं खत्म होंगी और चैन का जीवन जी सकेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पेयजल की किल्लत, ऊबड़-खाबड़ मार्ग, जल जमाव का दर्द और गंदगी के बीच जीने की मजबूरी बन गई है। अन्य बस्तियों की तरह इस बस्ती में भी दुश्वारियां रोज ही 'जलालत देती रहती हैं। हालांकि लोगों को यह आस भी है कि आज नहीं तो कल उनकी समस्याओं का समाधान मिलेगा। बस्ती के लोगों ने 'हिन्दुस्तान से बातचीत में अपनी समस्याएं सुनाईं, पीड़ा भी बताई। मोहम्मद आरिफ, मोहम्मद ...