वाराणसी, मार्च 9 -- वाराणसी। नगर निगम का हिस्सा बनने के वर्षों पहले से कॉलोनी का अस्तित्व। पड़ोस में चांदपुर औद्योगिक आस्थान। नौकरीपेशा, उद्यमियों-व्यापारियों के घर-मकान हैं आलीशान। एक दशक पहले तक पहचान का संकट नहीं रहा। अब विडंबना यह कि कूड़ों से पटा प्रवेश मार्ग कॉलोनी की पहचान और ऑनलाइन ट्रेड से जुड़ी नामचीन कंपनियों के लिए लैंडमार्क बन गया है। यह पहचान शिवदासपुर वार्ड के चेतना नगर के लिए शर्मिंदगी का सबब बन गई है। यहां के नागरिक तिलकहरुओं को दूसरे रास्ते से अपने घर ले आते हैं। कई लोग बिदक चुके हैं। नगर निगम के सीमा विस्तार के बाद शिवदासपुर वार्ड का गठन हुआ है। इसकी सबसे पुरानी कॉलोनी है चेतना नगर। दो सौ से अधिक मकानों में लगभग पांच हजार की आबादी रहती है। कॉलोनी के नाम के अनुरूप चैतन्य नागरिकों ने ग्राम प्रधानी के दौर में सीवर और पानी ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.