वाराणसी, जुलाई 1 -- वाराणसी। ओलंपिक तक पहुंचे इनडोर गेम में शामिल हैंडबाल खेल भारत में अभी 'विकासशील जैसी स्थिति में है। हालांकि इसके प्रति बच्चों में ललक बढ़ रही है। जरूरत है इस ललक को परवान चढ़ाने की। क्रिकेट, हॉकी या अन्य खेलों की तरह अगर इस खेल के प्रति स्कूली स्तर से ही गंभीरता से प्रयास हों तो यहां की बाल प्रतिभाएं आने वाले समय में वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने में सफल होंगी। जरूरत तो बस सुविधाएं, संसाधन उपलब्ध कराने के साथ खेल के प्रति 'समर्पण दिखाने की है। फुर्तीला इनडोर खेल माना जाने वाला हैंडबल भारत में अभी 'शैशव काल में ही माना जा सकता है, लेकिन इसमें संभावनाएं अनंत हैं। इसलिए जरूरी है कि हर स्तर पर इस खेल के प्रति जन जागरूकता बढ़ाई जाए। केराकतपुर (लोहता) स्थित एक हैंडबाल एकेडमी में जुटे खिलाड़ी और हैंडबाल एसोसिएशन के सदस्यों ने ...
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