वाराणसी, जुलाई 1 -- वाराणसी। डॉक्टरों को 'धरती का भगवान कहा जाता है लेकिन रोज ही सामने आने वाली चुनौतियां उनकी इस उपाधि के भार को बढ़ा देती हैं। मरीज की मौत पर अस्पताल में तोड़फोड़, नगर निगम के अलग-अलग टैक्स, आयुष्मान योजना के तहत इलाज खर्च की पुरानी दरें, उसका भी समय से भुगतान नहीं। बिना जांच के डॉक्टर पर मुकदमा और गिरफ्तारी जैसी चुनौतियों से स्वास्थ्य सेवा प्रभावित होता है। इनके साथ ही आईएमए के सदस्यों का यह भी कहना है कि अस्पताल पर टैक्स अधिक लगेगा तो उसका भार सीधे मरीजों पर पड़ेगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की वाराणसी शाखा में दो हजार से अधिक सदस्य हैं। शहर में करीब आठ सौ छोटे-बड़े अस्पताल रजिस्टर्ड हैं। लहुराबीर स्थित आईएमए भवन में 'हिन्दुस्तान के साथ चर्चा में पदाधिकारियों और सदस्यों ने कहा कि सबसे पहले डॉक्टरों की सुरक्षा जरूर...
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