वाराणसी, जनवरी 28 -- वाराणसी। थियोसॉफिकल सोसाइटी की प्रमुख डॉ. एनी बेसेंट के सपनों पर आधारित कमच्छा स्थित वसंत कन्या महाविद्यालय (वीकेएम) ने काशी में कई प्रतिमान रचे हैं। यहां की पुरा छात्राओं ने जीवन के विविध क्षेत्रों में छाप छोड़ी है। लेकिन इस कॉलेज की छात्राएं ऑटो चालकों के अमर्यादित व्यवहार, पीजी संचालकों की मनमानी किराया वसूली से तंग हैं। वीआईपी मूवमेंट की समय से जानकारी दिए बिना आवागमन पर रोक उन्हें अक्सर परेशानी में डाल देती है। कॉलेज के आसपास कानूफोड़ू संगीत उनकी एकाग्रता भंग कर देता है। वे जिम्मेदारों से प्रभावी पहल की उम्मीद करती हैं। आयरलैंड की मूल निवासी और अध्यात्म की खोजी डॉ. एनी बेसेंट सन्-1896 में काशी में बस गईं थीं। दो साल बाद उन्होंने सेंट्रल हिंदू कॉलेज की स्थापना की। काशी में विश्वविद्यालय का सपना लेकर प्रयागराज से आ...