वाराणसी, अप्रैल 23 -- वाराणसी। शिक्षा के लिए किताब-कॉपी, पेन के साथ अच्छा परिवेश भी जरूरी है। वह परिवेश सुरक्षा, स्वच्छता और संसाधनों से बनता है। ऐसा परिवेश बरेका के महिला महाविद्यालय में भी जरूरी है। छात्राओं की ही जुबानी, कैंपस आम वाहनों का शार्टकट रास्ता बन गया है क्योंकि मुद्दत से बाउंड्री वॉल टूटी पड़ी है। मैदान में छात्राओं-अध्यापकों के वाहन खड़े होते हैं। कैंपस के अंदर और बाहर गंदगी के साथ कॉलेज को जाने वाली सड़क की दुर्दशा छात्राओं का 'मूड ऑफ कर देती है। वे माहौल में बदलाव चाहती हैं। बनारस रेल इंजन कारखाना के एफसीआई गेट से निकलते ही महिला कॉलेज स्थित है। वर्ष 2000 में स्थापित कॉलेज में बीए और बीकॉम के कोर्स चलते हैं। दो हजार के आसपास छात्राएं हैं। परिसर में 'हिन्दुस्तान से परिचर्चा के दौरान छात्राओं ने कई मूलभूत समस्याओं का उल्लेख...