वाराणसी, अगस्त 13 -- वाराणसी।कभी महसूस नहीं हुआ कि वे शहर के बीच रहते हैं। समस्याएं इतनी विकट और गहरे तक जमी हुईं कि उनके समाधान की अब कोई बात नहीं करता। सच यह कि शहर के बीचोबीच बसी कॉलोनी के बाशिंदे लंबे समय से जलजमाव, गंदगी, खुला नाला, सीवर ओवरफ्लो जैसे बुनियादी समस्याओं का दंश झेल रहे हैं। अवैध पार्किंग हर दिन सिर दर्द देती है। समस्याओं ने मलिन बस्ती और कॉलोनी का फर्क मिटा दिया है। वे इंतजार में हैं कि नगर निगम और जिम्मेदारों की उपेक्षा का दर्द जल्द दूर हो। अंधरापुल और चौकाघाट के बीच रेलवे लाइन किनारे सन-1960 के दशक में लच्छीपुरा कॉलोनी आबाद हुई। करीब 20 ब्लॉक में दो मंजिले 12 सौ फ्लैट बने हैं। इनमें करीब छह हजार परिवार रहते हैं। 'हिन्दुस्तान से समस्याएं साझा करने जुटे लोगों ने बातचीत शुरू की तो कोई समस्या कम गंभीर नहीं लगी। अभिषेक शर्...
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