वाराणसी, मई 5 -- वाराणसी। शहरीकरण का विस्तार सुनने और दिखने में अच्छा लगता है। कॉलोनी के आकर्षक मकान, प्राय: सभी दरवाजे पर चारपहिया वाहन। लेकिन यह मुखौटा होता है। उस मुखौटे पर कुछ स्थानीय, कुछ बाहरी लोग अपनी हरकतों से दाग लगा देते हैं तो कई बुनियादी समस्याएं चेहरे पर खरोंच लगाती हैं। पहड़िया चौराहे से सटे बासदेव नगर के बाशिंदे बाहरी नशेड़ियों से तंग हैं। उन्होंने कॉलोनी के पार्क को अड्डा बना लिया है। उनके ही एक ग्रुप ने कुछ दिन पहले कॉलोनी के पास इंस्पेक्टर का सिर फोड़ दिया था। पहड़िया चौराहा तीन थाना क्षेत्रों-जैतपुरा, सारनाथ और पांडेयपुर-लालपुर की सीमाओं पर स्थित है। चौराहे से आशापुर, अशोक विहार, अकथा और पांडेयपुर जानेवाली सड़कें सीमा निर्धारण करती हैं। बासदेव नगर है जैतपुरा थाना क्षेत्र में मगर साबका बाकी थानों से भी पड़ता है। इस भौगोल...