वाराणसी, जुलाई 5 -- वाराणसी। बाबा भोले के जलाभिषेक की अभिलाषा लिए कांवरियों का जत्था सावन के पहले सोमवार (14 जुलाई) से आने लगेगा। हाईवे पर उनके लिए लेन आरक्षित होगी। बम-बम का उद्घोष करते जत्थे जब मुढ़ैला से शहर में प्रवेश करेंगे तो उन्हें वहीं से दुश्वारियों का दंश झेलना पड़ सकता है। अगर बारिश हो गई तो जलजमाव के बीच से होकर गुजरना पड़ेगा, बारिश नहीं हुई तब भी प्रवेश द्वार पर सड़क की गिट्टियां पैरों में चुभेंगी। गंदे पानी में फिसलने का खतरा रहेगा, जिससे कांवर भी खंडित हो सकती है। मुढ़ैला से मंडुवाडीह की दशा से स्थानीय निवासी आहत हैं। यदि यहां की दुश्वारियां दूर करने के लिए शीघ्र उपाय नहीं हुए तो कांवरियों को जलालत झेलनी पड़ सकती है। नंगे पैर दूर-दराज से आने वाले इन आस्थावान (कांवरियों) की सहायता स्थानीय लोग करते हैं, लेकिन जलजमाव से निबटने...