वाराणसी, मार्च 19 -- वाराणसी। शहर में दो-तीन दशक पहले बनीं कॉलोनियां नवशहरी बन गई हैं मगर वहां की नागरिक सुविधाएं अपग्रेड नहीं हुई हैं, वे 10 से 30 वर्ष पुरानी ही हैं। उन कॉलोनियों के बाशिंदों की उम्मीदें धूमिल हो चली हैं। वे सवाल करते हैं कि कॉलोनी में बसना अपराध है क्या? ऐसे लोगों की एक रिहाइश न्यू कॉलोनी (भिटारी) में भी है। यहां रहने वाले सरकारी विभाग, बैंक, निजी कंपनियों में कार्यरत अफसर और इंजीनियर, आर्किटेक्ट चाहते हैं कि उनकी समस्याएं सुनी तो जाएं, उनका समाधान चाहे जिस गति से हो। लहरतारा-भिटारी मार्ग पर लगभग 35 वर्ष पहले बसी न्यू कॉलोनी में लगभग सभी मकान आलीशान हैं। यह शिवदासपुर वार्ड का हिस्सा है। वार्ड की दूसरी कॉलोनियों की तरह यहां के भी नागरिक तीन वर्ष से अधिक समय से बुनियादी नागरिक सुविधाओं का तहे दिल से इंतजार कर रहे हैं। 'हि...