वाराणसी, मई 8 -- वाराणसी। बनारस रेल कारखाना के पड़ोस में बसी एक कॉलोनी का नामकरण यह सोचकर किया गया कि यहां की बुनियादी समस्याओं के समाधान में जिम्मेदार विभाग और जनप्रतिनिधि विशेष रुचि लेंगे मगर तीन वर्षों से नागरिकों की उम्मीदों पर धूल की परत-दर-परत जमती गई है। सीवर-सफाई और स्ट्रीट लाइटों से जुड़ी समस्याओं की जड़ें गहरी हो चुकी हैं। इनसे अलग दूसरी परेशानी है। बाशिंदों को बरेका की ओर से बनवाई गई बाउंड्री से आशंका है कि भविष्य में उनका आवागमन बाधित न हो जाए। अपनी आशंका वे कई जगह प्रकट कर चुके हैं। बरेका और एफसीआई के बीच सन्-1995 में एक कॉलोनी बसी। आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के नाम से उसका नामकरण हुआ। लगभग चार सौ मकानों में चार से पांच हजार की आबादी रहती है। तीन वर्ष पहले कॉलोनी नगर निगम में शामिल हुई। हेडगेवार नगर की स्थापन...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.