वाराणसी, जुलाई 10 -- वाराणसी। आदि शंकराचार्य ने महादेव शिव को पशुओं का स्वामी (पशुनां पतिं) भी कहा है। उन देवाधिदेव विश्वनाथ का धाम उपद्रवी बंदरों का आखेट-स्थल बन चला है। बेलगाम बंदर श्रद्धालु-दर्शनार्थियों को घायल और आस्था को आतंकित कर रहे हैं। धाम के आरोग्य मंदिर में प्रतिदिन बंदर काटने की तीन से चार शिकायतें पहुंच रही हैं। उल्लेखनीय यह कि धाम में चप्पे-चप्पे पर तैनात सुरक्षा प्रहरी आंखें मूंदे, कान बंद किए रहते हैं। उन्हें न बंदरों का उत्पात दिखता है और न ही उनके कानों तक तीर्थयात्रियों का चीख पहुंचती है। बाबा विश्वनाथ की नगरी सावनी मूड में दिखने लगी है। बाबा के धाम में और आसपास तैयारियां अंतिम चरण में हैं। विश्वनाथ मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन के हर संभव उपाय करने का दावा कर रहा है। लेकिन, धाम परिसर में बंदरों के बढ़ते ...