वाराणसी, जून 1 -- वाराणसी। जल ही जीवन है-इसका गर्मी के दिनों में बखूबी एहसास होता है। शहर में पानी को बर्बाद करने और बूंद-बूंद बचाने वाले-दोनों तरह के लोग हैं। दूसरी श्रेणी के लोग अक्सर जलसंकट से भी घिरे दिखते हैं। उनके लिए एक हैंडपंप या कुआं ही नियामत होता है। मंडुवाडीह क्षेत्र की बड़ी आबादी इस भीषण गर्मी में एक कूप से गला तर कर रही है। पानी का टैंकर भी आ जाता है। समस्या का स्थायी समाधान पानी का नया पाइप है। मगर सिस्टम की बेरुखी नागरिकों को हताश कर रही है। बनारस शहर के उन इलाकों में पेयजल का गंभीर संकट है जो तीन वर्ष पहले नगर निगम का हिस्सा बने हैं। पंचायतीराज के दौरान बिछी पाइप लाइनें जर्जर, कई जगह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। गंदा पानी पेयजल समस्या बढ़ाता ही है। मंडुवाडीह वार्ड में पुरानी रेलवे क्रॉसिंग के पास पचपेड़वा (तुलसीपुर) मोहल्ला स...