वाराणसी, अक्टूबर 23 -- वाराणसी। सैकड़ों वर्ष पुराने हिरामनपुर मोहल्ले में समस्याओं का अंतहीन सिलसिला काफी समय से चल रहा है। सुनवाई नहीं होती। यहां के दो तालाब अतिक्रमण से सिकुड़ गए हैं। बचे हिस्से में गंदा पानी भरा रहता है। नगर निगम का रुआब यहां नहीं दिखता। सफाई व्यवस्था भी नदारद है। सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। बांस-बल्ली पर बिजली के तार लगे हैं। खेल मैदान का अस्तित्व गुम हो गया है। सूखे मौसम में धूल उड़ती है, बारिश के दिनों में कीचड़ का दर्द झेलना पड़ता है। नगर निगम के परिसीमन के बाद संदहां वार्ड बना तो हिरामनपुर गांव उसका हिस्सा बन गया। अब यह नवशहरी इलाकों में शुमार है। हालांकि शहरीकरण यहां कई वर्षों पहले पहुंच चुका था। महीनों से समस्याओं से उकताए स्थानीय बाशिंदों ने 'हिन्दुस्तान से बातचीत में कई समस्याओं का जिक्र किया। मदन पटेल, शि...