कानपुर, फरवरी 28 -- यूं तो शहर में पार्कों की संख्या लगभग 900 है मगर 100 पार्क भी ऐसे नहीं हैं जहां मॉर्निंग वॉकर्स को ध्यान में रखते हुए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई गईं हों। छोटे पार्कों की बात तो छोड़िए, बड़े पार्कों में भी समस्याएं बेशुमार हैं। सबसे बड़ी दिक्कत सुबह-शाम टहलने वालों के लिए है। वॉकर्स कहते हैं कि सर्दियों में फ्री मॉर्निंग वॉक की समयावधि बढ़नी चाहिए साथ ही शहर के सभी पार्कों की दशा सुधारी जाए। नानाराव पार्क के सुंदरीकरण के नाम पर 14 करोड़ रुपये तो खर्च हो गए मगर रखरखाव पर ध्यान ही नहीं दिया गया। यहां ज्यादातर गिट्टी, मौरंग, सीमेंट और पत्थर के ज्यादा काम हुए जिससे खूबसूरती तो बढ़ी मगर टहलने वालों के लिए मुसीबत ज्यादा हो गई। नानाराव पार्क पर्यावरण मित्र परिषद के महामंत्री चंदन राय गर्ग कहते हैं कि भारी भरकम खर्च के बाद भी पार्क क...