कानपुर, फरवरी 23 -- रक्तदाता कलियुग के महादानी हैं वे जरूरतमंद को खून देकर नया जीवन दे रहे हैं। समय के साथ शहर में रक्तदान करने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। आज शहर में एक दर्जन से अधिक संस्थाएं रक्तदान को लेकर कार्य कर रही हैं। हालांकि, लोगों के मन में व्याप्त भ्रांतियां रक्तदान में बाधक बन रही हैं, इसलिए जरूरत पड़ने पर लोगों को खून के लिए भटकना पड़ता है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से महादानियों ने इससे जुड़ी समस्याओं को साझा किया। शहर में खून की जरूरतों को पूरा करने के लिए 10 ब्लड बैंक हैं। दो दर्जन से अधिक समितियां हैं, जो रक्तदान शिविर का आयोजन करती रहतीं हैं। हालांकि, इनमें 4-6 समितियां ही नियमित सक्रिय रहती हैं। रक्तदान के सरकारी शिविरों की बात करें तो आयोजन यदा-कदा ही होते हैं। ब्लड डोनर मनोज गुप्ता कहते हैं कि रक्तदान करने के बाद ख...