कन्नौज, मार्च 31 -- कन्नौज। पांच हजार से ज्यादा आबादी वाला वार्ड -एक डॉ. भीमराव आंबेडकर नगर मोहल्ला अपनी ही दुर्दशा पर आंसू बहा रहा। हद तो इस बात की है, यहां इनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। लोगों ने यहां अपने सपनों का आशियाना तो बना लिया पर उनकी देखरेख कर अच्छा जीवन जीना आज भी सपने के समान है। इसकी वजह घरों के आसपास कई समस्याएं हैं। टूटे खड़ंजे से निकलना मजबूरी बन चुका है। चोक पड़ी नालियों की दुर्गंध परेशान करती है। बारिश में तो यहां के हालात नारकीय हो जाते हैं। यहां दिन में मवेशी आफत बने हुए हैं। वहीं, रात को घर से आने जाने वाले लोगों के मन में दौड़ते कुत्तों का खौफ बना रहता है। अहम बात है कि समस्या कई बार उठाई गई पर जिम्मेदार बेखबर हैं। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान मोहल्ले के बाशिंदों ने अपनी आवाज बुलंद की। वार्ड नंबर एक ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.