कन्नौज, मार्च 24 -- कन्नौज। जिले में अधिकांश इमारतें कार्यदाई संस्थाओं या बड़े ठेकेदारों के माध्यम से बनाई जा रही हैं। घर हो या फिर बाहर पाइपलाइन बिछाकर हम सबको व्यवस्थित ढंग से पानी उपलब्ध कराने और जलनिकाली को बेहतर बनाने वाले प्लंबर की जरूरत सभी को है। मगर, उनकी जरूरतों और मुश्किलों के निवारण का निराकरण करने वाला कोई नहीं है। दुश्वारियों के बीच वह घिसट रहे हैं। बढ़ती टेक्नोलॉजी ने उनके लिए रोजगार के संकट खड़े कर दिए हैं। हर रोज पारिश्रमिक भी नसीब नहीं हो पा रहा है। प्लंबरों ने कहा कि इस कारोबार से बाप- दादा ने बड़ी शान और शौकत के साथ जिंदगी गुजारी थी, लेकिन अब इस कारोबार से पेट भरना भी मुश्किल पड़ रहा है। सरकारी संस्थानों और घरों की छतों पर टंकी लगाकर पानी सप्लाई की व्यवस्था प्लंबर ही करते हैं। इसके अलावा पानी की सुगम निकासी, लीकेज आदि को दु...