भागलपुर, मई 3 -- आपदा की घड़ी में जब कोई साथ नहीं होता, तब कुछ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचाते हैं। आपदा मित्रों ने बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत प्रशिक्षण लेकर कटिहार जिले में हर संकट की घड़ी में लोगों की मदद की। चाहे बाढ़ हो या तूफान, पर्व-त्योहार की भीड़ हो या किसी दुर्घटना की घड़ी,आपदा मित्र हमेशा तैयार रहते हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि जो लोग दूसरों की जान बचाते हैं, आज वे खुद अपने हक और मानदेय के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सरकार की अनदेखी ने उनकी पीड़ा और बढ़ा दी है। संवाद के दौरान आपदा मित्रों ने अपनी परेशानी बताई। 03 सौ से अधिक आपदा मित्रों ने वर्ष 2023 में 12 दिवसीय प्रशिक्षण लिया 04 सौ रुपये प्रति दिन के हिसाब से मानदेय मिलना था, केवल एक दल को मिला 05 लाख का बीमा सरकार ने केवल एक वर्ष के लिए दिया, अवधि ...