भागलपुर, सितम्बर 23 -- प्रस्तुति: नीरज कुमार/देवाशीष गुप्ता कटिहार की गलियों में आज भी दर्द रिसता है। नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने के बाद भी लोग विकास से वंचित हैं। बरसात में कच्ची सड़कें दलदल बन जाती हैं, जिनमें सपने और उम्मीदें डूब जाती हैं। घर से बाहर निकलना किसी यातना जैसा हो जाता है। बच्चे कीचड़ भरी राह से होकर स्कूल पहुंचते हैं, वहीं बीमारों को घर से उठाकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है। एम्बुलेंस सायरन बजाती हुई आती जरूर है, लेकिन दलदली रास्तों के कारण लौट जाती है। यह महज रास्ते की समस्या नहीं है, बल्कि इंसान की गरिमा और जीने के हक पर गहरी चोट भी है। नगर निगम क्षेत्र में रहकर भी बुनियादी सुविधाओं से लाखों लोग वंचित हैं। गली में पानी निकासी और पक्की सड़कों का सपना अब तक अधूरा है। शहर का न्यू अमीराबाद इमामबाड़ा मोहल्ला आज भी बुनिय...