भागलपुर, मार्च 20 -- जिले भर के किसान अपनी खेती के लिए प्राइवेट दुकानों से महंगे रेट पर खाद-बीज खरीदने को मजबूर हैं। बिना लाइसेंस वाले दुकानदार यूरिया के साथ सल्फर, आयरन, जिंक खरीदने के लिए किसानों को बाध्य कर रहे हैं। खाद नहीं मिलने के कारण किसान बिना लाइसेंस प्राप्त दुकानदारों का रुख करने को मजबूर हैं। किसानों को निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है। खाद-बीज की डुप्लीकेसी और वैज्ञानिक मदद नहीं मिलने की वजह से जिले भर के किसान आक्रोश में है। बताते हैं कि उनकी कृषि आज भी पारंपरिक तरीके से हो रही है। वैज्ञानिक खेती तक हमारी पहुंच नहीं हुई है। पटवन और खाद-बीज की चुनौती बनी रहती है। 16 सौ से 18 सौ तक कीमत चुकानी पड़ती है प्रति बोरी डीएपी, एनपीके के लिए 85 से सौ रुपए तक प्रति किलो गेहूं के बीज खरीदने के लिए मजबूर हैं जिले के किसान 0...