भागलपुर, अप्रैल 29 -- कटिहार जिले में किसानी अब संकट के दौर से गुजर रही है। बढ़ती लागत, अनिश्चित मौसम और मजदूरों की भारी कमी ने किसानों की कमर तोड़ दी है। ऊपर से ट्रैक्टर जैसे कृषि उपकरण भी अब टैक्स, फिटनेस और अन्य शुल्कों के कारण किसानों के लिए अतिरिक्त बोझ बनते जा रहे हैं। खेतों से आमदनी घटने और खर्च बढ़ने की मार झेल रहे किसान अपने साधनों को भी सही हालत में रखना मुश्किल पा रहे हैं। सरकारी नियमों के कारण ट्रैक्टर का सीमित उपयोग होने से अतिरिक्त कमाई का रास्ता भी बंद है। नतीजतन, जिले से युवाओं का पलायन तेज हो गया है। किसानों का कहना है कि खेती को फिर से लाभकारी बनाने के लिए ट्रैक्टर पर टैक्स माफी और छोटे व्यावसायिक कार्यों की छूट दी जानी चाहिए। यदि तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो कटिहार के खेत और गांव दोनों वीरान हो सकते हैं। 03 लाख 50 हजार कि...
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