भागलपुर, अगस्त 5 -- प्रस्तुति: ओमप्रकाश अम्बुज , मोना कश्यप कटिहार की सड़कों पर हर सुबह एक सपना दौड़ता है- सेना में जाने की तैयारी करते युवाओं का सपना। बिना किसी ट्रैक, मैदान या मूलभूत सुविधा के ये युवा सिर्फ अपने जजबे के दम पर दौड़ते हैं। न बारिश की परवाह, न धूप का डर, न ही ट्रैफिक की चिंता- इनके सामने है तो बस मंजिल का लक्ष्य। यह दौड़ सिर्फ फिजिकल फिटनेस की नहीं, बल्कि उम्मीद, संघर्ष और देशभक्ति की दौड़ है। कटिहार का युवा इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के बावजूद हिम्मत नहीं हारता, बल्कि रोज यह साबित करता है कि जज्बा हो तो हालात भी पीछे हटते हैं। यही जज्बा कटिहार के भविष्य को गढ़ रहा है, हर कदम एक नई उम्मीद के साथ। कटिहार की सुबह सड़कों पर पसीने से लथपथ युवाओं की दौड़ से शुरू होती है। कोई सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा है, कोई पुलिस में तो कोई ...