भागलपुर, मई 5 -- जिले के बाइक मैकेनिक के समक्ष परेशानी प्रस्तुति: ओमप्रकाश अम्बुज, मणिकांत रमण कटिहार जिले में हजारों बाइक मैकेनिक बिना स्थायी ठिकाने के खुले में काम करने को मजबूर हैं। मौसम की मार, महंगे ऑटो पार्ट्स, कम आमदनी और तकनीकी बदलावों ने उनके जीवन को कठिन बना दिया है। फुटपाथ, गली-नुक्कड़ों और दुकानों के बाहर काम कर रहे ये मैकेनिक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। अधिकतर को सरकार की योजनाओं की जानकारी नहीं है। उनकी मांग है कि सरकार सस्ता लोन, आयुष्मान कार्ड, आधुनिक प्रशिक्षण और स्थायी वर्कशॉप की सुविधा दे, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। बाइक आज आम जरूरत बन चुकी है, ऐसे में मैकेनिकों की समस्याओं पर ध्यान देना जरूरी है। कटिहार की सड़कों पर दौड़ती हज़ारों बाइकों के पीछे कुछ अनसुनी कहानियां हैं।उन मैकेनिकों की, जो हर मौसम में सड़कों किनारे अपन...