भागलपुर, मार्च 8 -- 1.5 लाख जनसंख्या है पूरे जिले भर में कुम्हारों का 70 से 80 निगम क्षेत्र में कलाकार मिट्टी के काम करते हैं 100 लोगों को दिया गया है विभाग से इलेक्ट्रॉनिक चाक जिले भर में प्रस्तुति: मोना कश्यप भारतीय समाज में कुम्हार व उनके बनाए मिट्टी के बर्तनों का संबंध हमारे भारतीय संस्कृति में हैं। हर त्योहार, यज्ञ और पूजा में मिट्टी के बर्तनों, दीयों व मूर्तियों की जरूरत होती है। मिट्टी की कमी और बाजारीकरण से कुम्हारों पर दोहरी मार पड़ी है। पीएम के वोकल फॉर लोकल से उनके जीवन में आशाओं का संचार हुआ पर स्थानीय अफसरों की उदासीनता से योजना का बहुत लाभ नहीं मिला। हाल के दिनों में मिट्टी के बर्तनों की मांग से वे खुश हैं पर अच्छी कमाई नहीं होने से मायूस भी। पारंपरिक रूप से यह समाज मिट्टी का बर्तन, खिलौना, सजावट के सामान और मूर्ति बनाने की ...