भागलपुर, जुलाई 14 -- कटिहार के पासी समाज की परेशानी प्रस्तुति: ओमप्रकाश अम्बुज, मोना कश्यप कटिहार जिले का पासी समाज आज भी हाशिये पर खड़ा है। इनके विकास के लिए व्यवस्था ओढ़नी देनी होगी। कभी नीरा को स्वास्थ्यवर्धक पेय बताकर सरकार ने इनके उत्थान की बात कही थी, लेकिन आज सारे नीरा केंद्र बंद पड़े हैं। बेरोजगारी, पुलिसिया प्रताड़ना और उपेक्षा से ताड़ी व्यवसाय सिसकियां भर रहा है। अब ताड़ी का व्यापार करने वालों को अपराधी माना जाता है। उसपर पुलिसिया कार्रवाई की जाती है। पास समाज के जो लोग इस कार्य से जुड़े हैं उन्हें अपराधी बना दिया गया है। मफलिसी और लाचारी की वजह से समाज के लोगों के हालात इतने खराब हैं कि वह अपने बच्चों को स्कूल भी पढ़ने के लिए नहीं भेज पा रहे हैं। हिन्दुस्तान से समाज के लोगों ने कहा कि ताड़ी व्यवसाय को मान्यता दी जाए। ताकि उनका ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.