भागलपुर, मई 14 -- बकरी पालक किसानों की परेशानी प्रस्तुति: ओमप्रकाश अम्बुज, मोना कश्यप कटिहार जिले में करीब 18,000 महिलाएं 5 लाख 88 हजार 72 बकरी पालन कर रही हैं, जो उनके लिए आजीविका का एक महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि, इस काम में कई चुनौतियां भी हैं। अच्छी नस्ल की बकरियां खरीदने, चारा उगाने और समय पर पशु चिकित्सा सेवाएं पाने में दिक्कतें हैं। सरकारी योजनाओं की जानकारी और वित्तीय सहायता के अभाव में महिलाएं ऊंचे ब्याज पर कर्ज लेने को मजबूर हैं। पशु चिकित्सा केंद्रों की कमी, संतुलित आहार की अनुपलब्धता और सही प्रशिक्षण न मिलने से बकरियों की उत्पादकता पर असर पड़ता है, जिससे उनकी आमदनी सीमित रह जाती है। कटिहार के ग्रामीण इलाकों में बकरी पालन कई महिलाओं एवं पुरुषों के लिए न केवल आय का जरिया, बल्कि आत्मनिर्भरता का मार्ग भी बन गया है। इन बकरियों के ...