भागलपुर, मार्च 23 -- हेडिंग - तरबूज की मिठास, किसानों की दर्द बिहार के कटिहार जिले में हर साल करीब 2000 हेक्टेयर में तरबूज की खेती होती है, लेकिन मेहनत करने वाले किसानों को इसका उचित लाभ नहीं मिल पाता। बीज, खाद, सिंचाई और मजदूरी पर भारी खर्च करने के बावजूद बाजार में बिचौलियों का दबदबा बना हुआ है। व्यापारी सस्ते में फसल खरीदकर ऊंचे दामों पर बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं, जबकि किसान घाटे में रह जाते हैं। बढ़ती लागत और घटते मुनाफे से हताश किसान अब तरबूज की खेती से दूरी बनाने पर मजबूर हो रहे हैं। कटिहार जिले में हर साल हजारों किसान गंगा और कोसी के दियारा इलाकों में तरबूज की खेती करते हैं। लगभग 2000 हेक्टेयर में फैली यह खेती गर्मी के दिनों में लोगों को राहत देने वाले मीठे और रसीले तरबूज उपलब्ध कराती है। लेकिन इस मिठास के पीछे किसानों की मेहनत और उनक...