एटा, नवम्बर 24 -- आज गोवंशों की दुर्दशा एक चिंता का विषय बना हुआ है। रास्तों पर कई बार ऐसे गोवंश देखने को भी मिल जाते हैं जो तेजाब से जले हैं या फिर उन पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया है। कोई आश्रय न होने के कारण ये गोवंश उसी घायल अवस्था में इधर से उधर भटकते रहते हैं। इस तरह की बर्बरतापूर्ण घटनाओं से पता चलता है कि समाज में इन बेजुबान जानवरों के प्रति क्या व्यवहार किया जाता है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो दूध देने के समय गायों को घरों में रखते हैं और उसके बाद उन्हें सड़कों पर छोड़ देते हैं। हिन्दुस्तान के बोले एटा अभियान के तहत जब गोसेवकों से बात की गई तो उन्होंने भी अपनी चिंता खुलकर जाहिर की। साथ ही मांग की कि सरकार कुछ समाधान दे। एटा के मार्गों पर कई बार ऐसे गोवंश देखने को मिल रहे हैं, जो तेजाब फेंकने या धारदार हथियार से हमला किए ज...