एटा, मार्च 5 -- वर्दी पहनकर समाज के वंचित और शोषित लोगों को न्याय दिलाने में पूरा जीवन विभाग में खपा दिया, लेकिन रिटायर होने के बाद जब देखा तो वर्दी ही बेगानी सी हो गई। जब वर्दी पहन कर निकलते थे तो अच्छे-अच्छे बदमाश खौफ खाते थे, लेकिन विभाग छोड़ने के बाद आज हमारी समस्याएं ही हमें डरा रही हैं। छोटी-छोटी रिपोर्ट लगवाने के लिए थाने और चौकियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। जो लोग अभी सेवा में वह कानून का ज्ञान देकर हमारे काम टाल देते हैं। हिन्दुस्तान के बोले एटा अभियान के तहत पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों ने ये बाते सबके सामने रखीं। साथ ही इनके समाधान की अपील की। घरवालों से दूर रहकर फर्ज की खातिर लोगों की सुरक्षा करने वाले पुलिसकर्मी अपने ही विभाग में बेगाने हो गए। उम्र ढली और जब खुद की सेवा का समय आया तो विभाग ने...
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