एटा, नवम्बर 5 -- जनपद के दो ब्लॉकों के किसान पूरी तरह से मटर पर आधारित हैं। इन किसानों को बीज की महंगाई के कारण परेशानी उठानी पड़ती है। जो बीज बाजार में मिलता उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं रहती। किसानों को समय पर बीज नहीं मिल पाता। निजी दुकानदार किसानों के साथ मनमानी करते है। सरकारी क्रय केंद्रों पर सरकार की ओर से यह बीज समय से नहीं मिल पाता। इससे किसान सरकारी की सुविधा का पालन नहीं कर पाते। बोले एटा के तहत ब्लॉक क्षेत्र मारहरा के किसानों से वार्ता की तो उन्होंने अपनी परेशानियों को खुलकर बताया। मोहनपुरा की मटर मंडी जिसे प्रदेशभर में अव्वल होने का दर्जा मिला। इससे सैकड़ों-हजारों लोगों को रोजगार मिलता, सरकारी खजाने को भी भरने में मददगार साबित होती है। इसके बावजूद अब तक मंडी के जख्मों पर किसी सियासतदार ने मरहम रखने को हाथ आगे नहीं बढ़ाया। चुनाव आते ...
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