उरई, अगस्त 29 -- उरई। शहर के 34 वार्डों में लगे सरकारी हैंडपंप में शायद ही अब किसी से पीने योग्य पानी निकल रहा हो... ढूंढने से भी ठीक से पानी देता हुआ हैंडपंप नहीं मिलेगा। नपा के रिकॉर्ड के अनुसार 787 हैंडपंप हैं, इनमें 250 मरम्मत के इंतजार में खड़े हैं तो 165 को रीबोर की जरूरत है.. सबसे ज्यादा समस्या शांति नगर, उमरारखेरा, तुफैलपुरवा ऐसे तमाम स्थान हैं, जहां पर बिना टैंकर के काम ही नहीं चलता है। टैंकर आते ही पानी के लिए मारामारी शुरू हो जाती है। शहर के बाशिंदों ने हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान कहा कि जिम्मेदार हमें पीने का पानी ही मुहैया करा दें.. नगर पालिका ने पेयजल संकट से निपटने के लिए बड़े-बड़े दावे और वायदे किए थे, आज वही उस पर खरा उतर नहीं रही है। आज भी बड़ी संख्या में गलियों से लेकर चौक-चौराहों पर हैंडपंप ठूंठ बने खड़े हैं। लगभग हर ...