उरई, फरवरी 19 -- उरई। अपने हुनर से फर्नीचर बनाने वाले उरई के कारोबारी और कारीगर कई समस्याओं से घिरे हैं। बाजार में लगने वाले जाम और गंदगी से तो यह वर्ग परेशान है ही साथ ही व्यवसाय में आ रही परेशानियां भी इन्हें कमजोर कर रही हैं। कभी फर्नीचर के लिए आसानी से शीशम और चीड़ की लकड़ी नहीं मिलती तो कभी फर्नीचर लाने वाले वाहनों को नो इंट्री के नाम पर घंटों रोक दिया जाता है। रही-सही कसर बिजली की महंगी दरें पूरी कर रही हैं। पुलिस और अन्य विभाग आए दिन परेशान करते हैं। यहां इनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। घरों की खूबसूरती में चार चांद लगाना हमारा काम है। बैठने-सोने से लेकर जरूरी सामान तक हम बनाते हैं, पर हमारी दिक्कतें देखने वाला कोई नहीं है। कई बार आवाज उठाई पर इन्हें दूर करने की जहमत किसी ने नहीं उठाई। क्या करें, हमारा कोई खुद का संगठन तो है नहीं...
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