उरई, फरवरी 25 -- उरई। 'स्वयं को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है दूसरों की सेवा में खुद को खो देना महात्मा गांधी का यह कथन जिले में सक्रिय महिला समाज सेवी संस्थाओं से जुड़ी उन महिलाओं पर फिट बैठता है, जो परिवार की जिम्मेदारी के साथ समाज की सेवा भी कररही हैं। लेकिन सपनों को पूरा करने में उनके सामने बहुत सी चुनौतियां हैं। इन्हें दूर कर दिया जाए तो बदलाव की प्रतीक वह स्वयंसेवी महिलाएं नवाचार की इबारत लिख सकती हैं। उनका कहना है सबसे बड़ी चुनौती शर्तों पर मिलने वाला कर्ज है, इसमें ढील दी जाए। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान महिलाओं ने खुलकर अपनी बातें रखीं। अपनी परेशानियों को भूलकर हर किसी की मदद करने वाली महिलाओं की जिले में कमी नहीं है। कुछ अकेले मदद कर रही हैं तो कुछ समूह के रूप में। इन महिला समाजसेवियों पर अपने घरों की जिम्मेदारी ...