उरई, मार्च 6 -- उरई। मेहनत की राह पर जो चलना सिखाते हैं, जुनून की आग में जलना सिखाते हैं। कितना भी सता लो रूठते नहीं.. हम शिक्षक कहलाते हैं। समाज को शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले माध्यमिक शिक्षक कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। एक तरफ जहां नई शिक्षा नीति की विसंगति परेशान कर रही है तो एनपीएस में देरी से जूझना पड़ रहा है। शिक्षक बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाने का काम करता है। कहते हैं कि हजारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, पर एक शिक्षक अकेला ही काफी है, बच्चों की जिंदगी स्वर्ग बनाने के लिए। इन सबके बावजूद शिक्षक काम के मानसिक दबाव से बोझिल नजर आ रहे हैं। अपार जिम्मेदारियों के साथ साथ एनपीएस कटौती से जुड़ी समस्याएं अक्सर परेशान करती हैं। ये बातें आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से बातचीत के दौरान माध्यमिक शिक्षकों ने कही। जिले के 92...