उन्नाव, फरवरी 17 -- त्योहारों का मौसम हो या आम दिन, शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के मिठाई दुकानदारों को खाद्य विभाग के सैंपलिंग अभियान की आड़ में परेशान होना पड़ता है। कभी निरीक्षण के नाम पर तो कभी गुणवत्ता जांच के बहाने दुकान संचालकों को अनावश्यक दबाव और आर्थिक शोषण का शिकार बनाने की शिकायतें सामने आती हैं। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से मिठाई दुकानदारों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एक सुर में मांग की है कि सैंपलिंग के नियम पारदर्शी हों और उन्हें त्योहारों पर बेवजह परेशान न किया जाए। शहर और शुक्लागंज में मिठाई की छोटी-बड़ी 187 दुकानें हैं। फूड विभाग के आंकड़ों की मानें तो सिर्फ 84 लोगों ने ही विभाग से लाइसेंस लिया है। राजेश मिश्रा का कहना है कि त्योहार के दिन खाद्य विभाग की टीम मिठाई का उस समय नमूना भरने आती है, जब ग्राहकों की संख्या अच्छी रहती...