उन्नाव, अप्रैल 7 -- घर, ऑफिस और दफ्तरों की शोभा-सुरक्षा के लिए एक दौर में लकड़ी के सामान का प्रयोग होता था, लेकिन बदलते दौर में रेडीमेड तरीके से यह सामान बनाया जाने लगा। ऐसे में बड़ी कंपनियों की दखल और प्लाईवुड का बढ़ता चलन फर्नीचर कारोबारियों के सामने एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से फर्नीचर कारोबारियों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि लकड़ी कटान में नियमों की जटिलता, बढ़ी बिजली दर के साथ एल्यूमीनियम और प्लास्टिक का बढ़ता प्रचलन व्यापार को प्रभावित कर रहा है। बड़ी-बड़ी कंपनियां गुणवत्ताविहीन मैटेरियल प्रयोग कर शानदार फिनिशिंग के साथ अपने उत्पाद बेच रही हैं। जो देखने में तो अच्छा लगता है, उनकी गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है। पहले घर की शोभा बढ़ाने के लिए लकड़ी की कुर्सी, सोफा, टेबल और अलमीरा का प्रयोग किया जात...
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