उन्नाव, फरवरी 15 -- उन्नाव। राज्य कर्मचारियों पर काम का अधिक बोझ है। जो पद सृजित हैं, उसके सापेक्ष तैनाती नहीं है। यही वजह है कि जो कर्मचारी तैनात हैं, उनका कार्य क्षेत्र काफी बड़ा है। कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज के लिए जो अस्पताल चयनित किए गए हैं, वहां पर इलाज नहीं मिल रहा है। मेडिकल प्रतिपूर्ति आवेदनों को भी लटकाए रखा जाता है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान राज्य कर्मचारियों ने बेबाकी से कहा कि कम से कम महीने में एक बार जिलास्तरीय बैठक हो और उनकी समस्याएं सुनी जाएं। विकास की रफ्तार में कर्मचारियों की अहम भूमिका है। अधिकारियों के साथ कर्मचारी रात-दिन काम में जुटे रहते हैं पर उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए आगे कोई नहीं आ रहा है। 'हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान राज्य कर्मचारी राजेश कुमार बताते हैं कि आदमी कम हैं और काम का...