उन्नाव, मार्च 21 -- समाचार पत्र वितरक कर्मयोगी के साथ समाज के सजग प्रहरी भी हैं। आंधी, तूफान, बारिश, सर्दी और गर्मी जैसे हर मुश्किल दौर में अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हैं। मगर, सुविधाओं का अभाव इन्हें झकझोर रहा है। छत की कमी, बीमा और इलाज का संकट इनकी राह में मुश्किलें खड़ी कर रहा है। सेंटर पर मूलभूत सुविधाओं की कमी भी परेशान कर रही है। सरकार की योजनाओं का लाभ न मिलने के कारण ये और इनका परिवार आर्थिक समस्याओं से घिरा है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से पत्र वितरकों ने अपनी समस्याएं साझा कीं। सभी ने एकसुर में कहा कि कहने को तो हम कर्मयोगी हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर झोली बिल्कुल खाली है। सुबह लोग जल्दी जाग भी नहीं पाते हैं कि उससे पहले ही समाचार पत्र वितरक हजारों घरों में ताजी खबरों से भरे अखबार को उन तक पहुंचा देते हैं। कोरोना काल म...